अदानी प्रॉपर्टीज की ₹5,069 करोड़ की धरावी पुनर्विकास बोली को पर्यावरणविदों व कानूनी विशेषज्ञों की तीखी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने मुंबई एयरपोर्ट के पास नमक की खारे भूमि सहित संवेदनशील पारिस्थितिकी तंत्र को खतरा बताया है। साथ ही, अमेरिका की SEC ने गौतम अदानी समूह पर पारदर्शिता और वित्तीय अनुशासन संबंधी आरोपों की जांच शुरू की है—हालाँकि समूह इनकी निंदा करता है। इन विवादों के कारण स्थानीय समुदाय ने सुव्यवस्थित सार्वजनिक चर्चा की मांग की है। अदानी पक्ष ने कहा है कि सभी सरकारी मानकों का पालन हुआ है और परियोजना में हरा क्षेत्र छोड़ा गया है, लेकिन पर्यावरणविद अब तक पारिस्थित प्रभाव अध्ययन की मांग कर रहे हैं। धरावी के भविष्य को लेकर यह जंग व्यावसायिक और पारिस्थितिक हितों के बीच जारी है।
स्पेशल ऑप्स 2 रिव्यू: पांच साल बाद भी नीरज पांडे और के के मेनन ने सीक्वल को बनाया शानदार
मैंने अभी-अभी स्पेशल ऑप्स 2 के सात एपिसोड खत्म किए, जो लगभग 50–57 मिनट के थे, और कह सकता हूं कि यह सीक्वल जबरदस्त है। अक्सर दूसरी कड़ी कमजोर...

-
Blackstone Inc. की ASK Group ने भारत के तेजी से बढ़ते संपत्ति प्रबंधन (वेल्थ मैनेजमेंट) क्षेत्र में अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए 70 नए...
-
दिल्ली‑एनसीआर, हरियाणा और राजस्थान सहित आसपास के इलाकों में 11–13 जुलाई के बीच तेज़ मानसून की बारिश तत्काल गर्मी से राहत देती रहेगी, लेकिन भ...
-
विश्नु मांचू की बहुप्रतीक्षित फिल्म कन्नप्पा 27 जून को सिनेमाघरों में रिलीज़ हो रही है। यह फिल्म भगवान शिव के परम भक्त कन्नप्पा की पौराणि...